मेरी बात : ये ‘हत्या’ भारत के पत्रकारों की सुरक्षा पर तमाचा है
नये साल का आग़ाज़ हो चुका है। नये साल की खुमारी उतरी भी नहीं होगी कि एक ख़बर ने कई
14/10/2025
नये साल का आग़ाज़ हो चुका है। नये साल की खुमारी उतरी भी नहीं होगी कि एक ख़बर ने कई
बीबीसी का कैमरा रोल कर रहा था। बीबीसी संवाददाता- अंशुल सिंह नए-नवेले नेता और मास्टर सा’ब अवध ओझा का इंटरव्यू
“आजकल किसी को भी बीकानेर लाते हैं तो बेइज़्ज़ती सी फील होती है। यह फीलिंग जितनी कम होगी, उतना अच्छा
पहले पहर की सुबह। ख़बर अपडेट की कार.. बीकानेर से कोलायत की दूरी को कम करती जा रही थी। हम
कहते हैं- ख़ामोशी में बहुत तेज़ ‘गूंज’ होती है। लेकिन.. इसे सुन वही सकता है, जिसमें उसे सुनने की क्षमता
बात पिछले साल की है। राजस्थान में चुनावी मौसम चल रहा था। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी का जयपुर दौरा
आज दशहरा है। आज ही तो पुरुषोत्तम श्रीराम ने लंकापति रावण का संहार किया था। आज ही के दिन दंभ
आप में से ज़्यादातर लोगों ने कॉमेडी फिल्म ‘हेराफेरी’ ज़रूर देखी होगी। इस फिल्म में जो परेशानी बाबूराव को थी,
पत्रकार बंधुओ ! कुछ दिन पहले मैंने मीडिया की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए एक आलेख (यहां पढ़ें- पत्रकारो
किशमीदेसर में वर्षा जल निकासी की समस्या के मुद्दे पर आपके ‘ख़बर अपडेट’ की जीत हुई। क़रीब 15 दिनों से