विमर्श – जब जेठानंद व्यास ने किया मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के कार्यक्रम का बहिष्कार

डबल इंजन की सरकार में बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास और केन्द्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल के बीच तकरार सोमवार को तब खुलकर सामने आ गई, जब एक उद्घाटन कार्यक्रम में मंत्री ने आमंत्रित विधायक के आने से पहले ही फीता काट दिया। मौक पर पहुंचे विधायक ने मंत्री के इस कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा कर दी और वहां से चले गए। संभवतः यह स्थिति आयोजकों की संवादहीनता के चलते बनी थी। लेकिन.. जनता और भाजपा  कार्यकर्ताओं में यह संदेश गया कि मंत्री ने विधायक को तरजीह नहीं दी, जिसके चलते विधायक ने कार्यक्रम का बहिष्कार किया।

मामला बीकानेर पश्चिम विधानसभा क्षेत्र का है। जहां स्वास्थ्य विभाग के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार- सोमवार को केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और विधायक जेठानंद व्यास के हाथों शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, मुक्ता प्रसाद नगर का शुभारंभ होना था। विधायक व्यास पहुंचते, उससे पहले ही मंत्री मेघवाल फीता काट कर अन्दर चले गए। हालांकि शिलापट्ट से पर्दा हटाकर उद्घाटन बाद में किया गया। शिलापट्ट पर विधायक जेठानंद का नाम भी लिखा है। इसके बाद विधायक व्यास ने सार्वजनिक रूप से इस कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा की। वे कायर्क्रम स्थल पर पहुंचकर भी परिसर के अन्दर नहीं गए और अपने 20-25 कार्यकर्ताओं के साथ पूर्व पार्षद राजेन्द्र शर्मा के कार्यालय में जाकर बैठ गए। मंत्री मेघवाल द्वारा स्वास्थ्य केंद्र का उद्घाटन करने और विधायक द्वारा कार्यक्रम के बहिष्कार करने से इस मामले ने तूल पकड़ गया। जिसके बाद पूरे शहर में भाजपा के डबल इंजन की सरकार, केन्द्रीय मंत्री के रवैये और विधायक के बहिष्कार को लेकर नुक्काचीनी होने लगी।

जबकि इस पूरे वाकये के पीछे की वजह- आपसी संवाद की कमी थी। मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का भी ऐसा कोई इंटेशन नहीं था। आयोजक सीएमएचओ डॉ. पुखराज साध का कहना है कि- यह कार्यक्रम 9 बजे निर्धारित था। मंत्री पौने दस बजे आ गए। हालांकि पौने दस बजे विधायक की ओर से फोन था कि वे पहुंच रहे थे। प्रोटोकोल में मंत्री तो विधायक का इंतजार करने से रहे। ऐसे में मंत्री ने फीता काटकर कहा कि अन्दर चलते हैं, उद्घाटन बाद में करेंगे। प्रोटोकाल के मुताबिक विधायक को मंत्री से पहले पहुंचना चाहिए था। वे देर से आए और फीता कटा देखकर बहिष्कार करके चले गए।

विधायक व्यास का कहना है कि उन्होंने से सीएमएचओ से पूछा था कि कार्यक्रम कितने बजे होगा? तो सीएमएचओ ने 10 बजे का समय दिया। ऐसे में वे पौने दस बजे ही कार्यक्रम स्थल पर पहुंच गए। यहां तक कि पीए ने भी सीएमएचओ को बताया दिया था कि विधायक महोदय मोड़ पर है और कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने  वाले है। इसके बावजूद वे जब पौने दस बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, तब तक मंत्री उद्घाटन करके परिसर के अन्दर चले गए थे। इस व्यवहार चलते उन्होंने इस कार्यक्रम का बहिष्कार किया और इलाके के 20-25 कार्यकर्ताओं के साथ वहां से चले गए। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस कार्यकर्ता दिनेश शर्मा, जिसकी वहां दवा की दुकान है, वो मंत्री के साथ थाली लिए घूमा रहा था। एक ही पार्टी भाजपा के विधायक और मंत्री के बीच अगर संवाद हो जाता तो यह स्थिति नहीं बनती। आपसी संवाद और समन्वय के कमी के चलते यह कार्यक्रम पार्टी के कार्यकर्ताओं और आम लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया। इसमें मंत्री की कोई अन्य मंशा नहीं दिखाई दी। आयोजकों, मंत्री और विधायक के बीच संवादहीनता एक चर्चा का विषय बन गई।

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