मेरी बात : दीपक जी ! बीकानेर की ‘बदहाली’ से किसे क्या फर्क पड़ता है?
“आजकल किसी को भी बीकानेर लाते हैं तो बेइज़्ज़ती सी फील होती है। यह फीलिंग जितनी कम होगी, उतना अच्छा होगा। बीकानेर का इंफ्रास्ट्रक्चर तो लाजवाब हो रखा है इन दिनों। पूरे भारत में प्लास्टिक बैन है लेकिन हमारे यहां…
ग्राउंड रिपोर्ट : श्रीकोलायत की ‘पूर्णता’ अभी बाक़ी है
पहले पहर की सुबह। ख़बर अपडेट की कार.. बीकानेर से कोलायत की दूरी को कम करती जा रही थी। हम ज्यों-ज्यों आगे बढ़ रहे थे, त्यों-त्यों कई चीज़ें पीछे छूटती जा रही थी, जैसे- बीकाजी के दीपक अग्रवाल का शहर…
विमर्श : तीर्थराज कोलायत की इतनी अनदेखी ! क्यों?
देव उठनी एकादशी के साथ ही श्रीकोलायत में पांच दिवसीय मेले की शुरुआत हो गई है। कार्तिक पूर्णिमा को कपिल सरोवर पर भरने वाले इस मेले की अपनी ख्याति और आध्यात्मिक महत्व है। इसकी वजह- सांख्य दर्शन के प्रणेता, आदिकाल…
विमर्श : बीकानरे में राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के दावों का ‘सच’ जानिये
बीकानेर में ‘राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट’ को लेकर यह दावा किया गया है कि-इस दौरान 115 इकाइयों की तरफ से 30,519.88 करोड़ रुपए के एमओयू होंगे।इनसे कुल 18 हजार से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा।इसमें 14,032 लोगों को प्रत्यक्ष…
विमर्श : बीकानेर शहर-देहात में भाजपा जिलाध्यक्ष की अभी से मशक्कत
अगले महिने भाजपा संगठन के विभिन्न स्तरों पर चुनाव है। अभी से बीकानेर शहर जो संभाग मुख्यालय भी है- अध्यक्ष का चुनाव अहम हो गया है। बीकानेर शहर देहात जिलाध्यक्षों के लिए जिन नामों की चर्चा है उसमें शहर से…
मेरी बात : मोदी जी ! जो बात आपके ‘मंतरी’ न कह सके, वो राजस्थानी लेखक की ‘ख़ामोशी’ कह गई
कहते हैं- ख़ामोशी में बहुत तेज़ ‘गूंज’ होती है। लेकिन.. इसे सुन वही सकता है, जिसमें उसे सुनने की क्षमता और चाहत हो। 27 अक्टूबर को बीकानेर का रोटरी क्लब के ‘राजस्थानी भाषा समारोह’ में एक ऐसी ही ‘गूंज’ सुनाई…
मेरी बात : लखावत बोले- “मैं राजनीति नहीं जानता”। लेकिन उनकी यह बात मानने में नहीं आती
बात पिछले साल की है। राजस्थान में चुनावी मौसम चल रहा था। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी का जयपुर दौरा होता है। प्रधानमंत्री की अगुवाई के लिये प्रदेश नेताओं की हौड़ मच जाती है। लेकिन.. प्रदेश नेतृत्व ने कुछ और…
विमर्श : राजस्थान में बनेगा ‘गो उद्यमिता विकास’ का मॉडल
राजस्थान में गाय के गोबर से बायोगैस, जैव ईंधन और जैव-उर्वरक बनाने का माडल प्रस्तावित किया गया है। इसके साथ गोबर से विनिर्माण में ईंटें, पेंट (कलर) और सजावटी सामान भी बनाया जा सकेगा। पेंट निर्माण के लिए जयपुर में…
विमर्श : पत्रकारिता की साख पर आंच। यह लड़ाई है दीये और तूफ़ान की..
मनोहर चावला ने पत्रकारिता धर्म को जीया है। उन्होंने कई कष्ट झेलते हुए ‘लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ’ की महत्ता को निभाया है। मैंने भी पूर्व पीढ़ी के पत्रकारों को पत्रकारिता की नैतिकता को बरकार रखते हुए भूख-प्यास बर्दाश्त करने और…
विमर्श : ओम जोशी ‘गौतम महासभा’ के अध्यक्ष बनें, मगर ऐसे नहीं।
राष्ट्रीय लोकतंत्र के भीतर भी देश में एक लोकतंत्र है। जातीय संगठन, सामाजिक संगठन और विभिन्न संस्थाओं के भी चुनाव होते हैं। जो ठीक राष्ट्रीय लोकतंत्र की तर्ज पर ही होते आए हैं। देश में जो जातीय संगठन जितना मजबूत…