hem sharma vimarsh

विमर्श : प्रधानमंत्री जी ! आपके मंत्री भी तो पत्रकारों को धमकाते हैं

माननीय प्रधानमंत्री जी ! बीते दिनों अमेरिका में राहुल गांधी के समर्थकों ने भारतीय पत्रकार के साथ जो बदसलूकी की, उस पर अमेरिकी नेशनल प्रेस काउंसिल ने फौरन नोटिस लिया। अमेरिकी संविधान द्वारा पत्रकार को सुरक्षा दी गई। आपने भी…

विमर्श : ‘खेजड़ी’ कटाई मुद्दे पर भाटी के अलावा दूसरे नेता क्यों नहीं बोल रहे?

राजस्थान सरकार ने खेजड़ी के महत्व को समझते हुए उसे राज्य वृक्ष घोषित किया था। ताकि खेजड़ी का संरक्षण हो सके। लेकिन… बीते कुछ बरसों में इस घोषणा के उलट काम हो रहा है। पूरा पश्चिमी राजस्थान को सोलर हब…

विमर्श : सड़कों के गड्ढे.. सरकार और न्यास अध्यक्ष की संवेदनशीलता पर सवाल

बीकानेर में बारिश के बाद स्वीकृत बजट से सड़कें बनेंगी। कब बनेंगी, कितनी बनेंगी, यह आकलन का विषय है। जगह-जगह से टूटी सड़कें और गहराये गड्ढे जनता के लिये परेशानी का सबब बने हैं। सवाल उठता है कि क्या नगर…

मेरी बात : आइए, ऐसा करके पत्रकारिता की ‘तसवीर’ बदलें

पत्रकार बंधुओ ! कुछ दिन पहले मैंने मीडिया की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए एक आलेख (यहां पढ़ें- पत्रकारो ! जागो..) लिखा था जिसमें आप सबसे जानना चाहा था कि क्या ऐसा कुछ नहीं किया जा सकता- जिससे मीडिया…

विमर्श : अर्जुन राम जी ! क्या बिगाड़ के डर से कोई पत्रकार ईमान की बात भी न कहेगा?

बीकानेर के स्वामी केशवानंन्द राजस्थान कृषि विवि परिसर में देश के कानून व न्याय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने जिस तरह प्रेस को धमकाने का प्रयास किया, वो भारत सरकार के मंत्री के रूप में उनको कतई शोभा नहीं देता।…

विमर्श : महामहिम हरिभाऊ साहब ! पूरे प्रदेश के विश्वविद्यालयों के मानक अधूरे

राजस्थान में जितने भी कृषि, वेटरनरी, तकनीकी, पत्रकारिता, और बहु संकायी विश्वविद्यालय हैं, उनमें से एक भी विश्व विद्यालय अनुदान आयोग, आईसीएआर, वीसीआई और संबद्ध संस्थानों के तय मानक पूरे नहीं कर पा रहा है। सबसे पहले तो तय पैटर्न…

विमर्श : एसकेआरएयू प्राकृतिक खेती की पहली मॉडल यूनिवर्सिटी

बीकानेर का ‘स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय’ राज्य का पहला कृषि विश्वविद्यालय रहा है। इस यूनिवर्सिटी ने प्रदेश के कृषि विकास में महत्ती भूमिका भी निभाई है। एक समय ऐसा भी आया, जब आईसीएआर के महानिदेशक राजेन्द्र परोदा ने सैध्दान्तिक…

विमर्श : जब दीया तले ही अंधेरा हो तो..

एक तरफ ‘भारत’ के क़ानून राज्य मंत्री का ‘ख़ास’ ओहदा, दूसरी तरफ उसी मंत्री के पुश्तैनी गांव ‘किश्मीदेसर’ की ‘आम’ जनता। ये वही ‘आम’ जनता है, जो अर्जुनराम मेघवाल के पहली बार सांसद बनने पर फूले नहीं समा रही थी।…

विमर्श : अगर राजनेता बनना है, तो सुन लो..

राजनीति का असल अर्थ है- जनता के हितों के अनुरूप सामाजिक और आर्थिक स्तर को ऊँचा करना । आज का मेरा यह ‘विमर्श’ राजनीति उन लोगों के लिये है, जो या तो राजनीति करना चाह रहे हैं या कर रहे…

विमर्श : भारत 2047 के ब्लू प्रिंट से प्रेस ‘ग़ायब’ क्यों?

स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर से ‘भारत 2047’ का विजन रखा। उन्होंने 140 करोड़ देशवासियों को विकास के इस विजन के लिये एकजुट होने का संदेश दिया। वे देश को भ्रष्टाचारमुक्त बनाने, राजनीति को…