बीकानेर। राष्ट्रीय स्तरीय संगठन- जीसीसीआई यानी ‘ग्लोबल कॉन्फिड्रेशन आफ काऊ बेस्ड इंडस्ट्रीज’ में हेम शर्मा को 2 साल के लिए वाइस प्रेसिडेंट नियुक्त किया गया है। जीसीसीआई के प्रेसिडेंट- राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के पूर्व अध्यक्ष डॉ. वल्लभ भाई कथीरिया हैं। जीसीसीआई देशभर में गो आधारित आर्थिक विकास की दिशा में काम कर रही है। इससे पहले हेम शर्मा इस संस्थान में राष्ट्रीय सलाहकार के रूप में 2 वर्षों से कार्यरत रहे हैं। साल 2022 में गुजरात के राजकोट में आयोजित जीसीसीआई के अन्तरराष्ट्रीय एक्सपो में भी शर्मा की सक्रिय भूमिका रही थी। इस एक्सपो में देशभर से गो आधारित उद्यमिता से जुड़ी संस्थायें और गो उत्पाद बनाने वाली संस्थाओं की सहभगिता रही। गो सेवा के क्षेत्र में काम करने वाले संगठन, गोशालाएं और व्यक्तियों ने शिरकत की। यहां से देश में गो उद्यमिता विकास का नया सेक्टर विकसित करने की दिशा में नए संकल्पों के साथ काम को नई दिशा दी जा रही है।
आपको बता दें कि ‘राजस्थान गो सेवा परिषद’ के अध्यक्ष के रूप में हेम शर्मा ने गोपालकों को गोबर गो-मूत्र का मूल्य दिलाने, गोबर से खाद और गोमूत्र से कीटनाशक बनाकर जैविक कृषि को बढ़ावा देने की दिशा में लंबे समय से काम कर रहे हैं। इस दिशा में राजस्थान सरकार के आदेश से ‘राजस्थान गो सेवा परिषद’ ने वैज्ञानिकों की कमेटी बनाकर गोबर-गोमूत्र के प्रसंस्करण की विधि विकसित करने, केन्द्र और राज्य सरकार की नीतियों में गो आधारित कृषि विकास को बढ़ावा देने की दिशा में काम किया है। वेटरनरी विवि के साथ एमओयू के तहत बीकानेर जिले के सभी गांवों से 2-2 लोगों को खाद प्रसंस्करण का प्रशिक्षण दिया गया।
राजस्थान गौ सेवा परिषद की तरफ से देश में गो उद्यमिता विकास को प्रोत्साहन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर ‘भंवर लाल कोठारी स्मृति राष्ट्रीय गो उद्यमिता पुरस्कार’ शुरू किया है। परिषद के कार्यों को राजस्थान सरकार, भारत सरकार के नीति आयोग को भी अवगत करवाया गया। जीसीसीआई वाइस प्रेसिडेंट के रूप में शर्मा अब जीसीसीआई की व्यूह रचना, कार्य योजना और नीति-निर्धारण में सहयोगी होंगे। जीसीसीआई के दिल्ली में आयोजित राष्ट्रीय स्तर की बैठकों में शामिल होंगे। इससे जीसीसीआई में राजस्थान की प्रभावी भूमिका रहेगी। जीसीसीआई का अगला सम्मिट दिल्ली में प्रस्तवित किया गया है। राजस्थान समेत देश के सभी राज्यों में जहां गो आधारित उत्पाद बनाए जाते हैं, वहां जीसीसीआई की प्रदेश इकाई कार्यरत है।