बीकानेर। शनिवार को लघु उद्योग भारती के शिष्टमंडल ने बीकानेर के औद्योगिक, इनफ्राट्रक्चर, शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल, पुरातत्व, साहित्य, संस्कृति के विकास पर खाद्य आपूर्ति मंत्री के आवास पर उनके साथ विस्तार से विचार-विमर्श किया। मंत्री ने बताया कि अगले बजट में पीबीएम अस्पताल में और क्या संसाधन जुटाए जा सकते हैं, इस बारे में वे मुख्यमंत्री को प्रस्ताव देंगे। इस संदर्भ में एस पी मेडिकल कॉलेज में मीटिंग हुई है। औद्योगिक विकास पर अधिकारियों की मीटिंग बुलाने पर सहमति व्यक्त की। लघु उद्योग भारती के प्रांत प्रभारी बाल किशन परिहार, अध्यक्ष हर्ष कंसल,.सचिव प्रकाश नवाल, उपाध्यक्ष रमेश गोयल की ओर से मंत्री को ज्ञापन दिया गया।
शिष्ट मंडल ने मंत्री का ध्यान आकर्षित किया गया कि बीकानेर में ड्राईपोर्ट, मेगा फूड पार्क, गैस पाइप लाइन,हवाई सेवाएं, हवाई सेवाएं, रिंग रोड, एक्सपोर्ट हब, टेक्सटाइल पार्क, कपड़ा प्रिटिंग कलस्टर, ज्वेलरी कलस्टर बनाया जाए। इसी तरह खाद्य प्रसंस्करण उद्योग को बढ़ावा देने के लिए मोठ की खेती को संवर्धित किया जाए। यहां उत्पादित कृषि जिंसों का बीकानेर में ही प्रसंस्करण इकाइयां लगाकर उत्पाद बने। यूनिट लगाने में सरकार सहयोग करें। खाद्य उत्पादों का एक्सपोर्ट के लिए बीकानेर में सर्टिफिकेशन की सुविधा हो। रीको में काम की गति बढ़ाई जाए। खारा उद्योग क्षेत्र में आधारभूत सुविधाएं विकसित की जाए। बीकानेर में सिरेमिक्स हब बने। बीकानेर में चार विश्व विद्यालय, 5 आई सी आर इंस्टीट्यूट, मेडिकल कॉलेज सैकड़ों कोचिंग इंस्टीट्यूट है। फिर भी बीकानेर एज्युकेशन हब नहीं है। इसका कारण शिक्षा के आधारभूत संसाधनों की कमी है। सर्वाधिक कमी शिक्षकों की है। पी टी आई नहीं है, कोच नहीं है, लाइब्रेरियन नहीं है। रोजगार आधारित पाठ्यक्रम नहीं है। 45 करोड़ का एमजीएस यूनिवर्सिटी में स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स है परंतु कोच नहीं है। बीकानेर में राजस्थान की एकमात्र स्पोर्ट्स स्कूल है जहां संसाधनों की नितांत कमी है। बीकानेर में एक खेल स्टेडियम और इंडोर स्टेडियम की जरूरत है। कला , साहित्य, संस्कृति,पुरातत्व और पर्यटन : पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए ऊंट उत्सव की विभिन्न प्रतियोगिता में पुरस्कार की राशि बढ़ाई जाए। ऊंट नृत्य प्रशिक्षकों की सेमिनार रखी जाए। ऊंट राज्य पशु है, इसका पर्यटन में उपयोग से ऊंट को संरक्षण मिलेगा। साहित्य संस्कृति अकादमियां भी पुरस्कार की राशि बढ़ाएं। कल्चर आर्ट को बाजार से जोड़ें। बीकानेर में साहित्य परिसर का निर्माण हो। साहित्यकार, कलाकार और कलाओं पर डॉक्यूमेंट्री बनाई जाए। पांडुलिपि और दुर्लभ ग्रंथों तक शोधार्थियों की पहुंच बने। साहित्य संस्कृति, कला संरक्षण की आकर्षक योजना बने। लुप्त होती कलाओं को प्रश्रय दिया जाए। नाइट टूरिज्म बढ़े और श्रीकोलायत का पर्यटन स्थल के रूप में विकास हो। कपिल मुनि की स्थली की तरफ पूरे देश का ध्यान आकर्षित हो। मांड गायकी और लोक गायकी को बढ़ावा दिया जाए।
पीबीएम में केंद्रीकृत ओपीडी ब्लॉक बने। अस्पताल में नॉर्म्स के अनुरूप संसाधन दिए जाए। अस्पताल में इमरजेंसी सेवाए एक जगह हो। केंद्रीकृत पार्किंग बने। तीन अधीक्षक, मर्दाना, जनाना और शिशु अस्पताल में लगे। अस्पताल के चारों तरफ हुए अतिक्रमण हटाए जाए । बीकानेर के चारों हाई वे पर सब-डिविजनल अस्पताल खुले जहां 24 घंटे सेवाए हों। बीकानेर में एक और मेडिकल कॉलेज और एम्स खुले। अंग प्रत्यारोपण की सुविधा हो। मंत्री ने सभी बातों पर सहमति जताई और विभिन्न स्तरों पर कार्यवाही का आश्वासन दिया।