ऋषिकेश से रामेश्वरम: ‘गौ आधारित भारत का पुनर्निर्माण’ यात्रा शुरू, जानिये ख़ास बातें

15 जून को ऋषिकेश के कबीर चौरा आश्रम से ‘गौ आधारित भारत के पुनर्निर्माण की ओर’ सड़क यात्रा की शुरुआत हुई। यह 61 दिवसीय यात्रा ऋषिकेश से रामेश्वरम तक जाएगी, जिसका नेतृत्व भारत सिंह राजपुरोहित (अध्यक्ष, जीव जंतु कल्याण एवं कृषि शोध संस्थान – AWARI), नरेंद्र कुमार (संस्थापक, हिंद राइज गौ संवर्धन आश्रम और राष्ट्रीय गौसेवक संघ) और रोहित बिष्ट (संस्थापक, माटी इंडिया) कर रहे हैं। मुख्य सहयोगी हर्षद भाई गुगुलिया (संस्थापक, कामधेनु गौवेदा) अपनी भूमिका निभा रहे हैं। योगिराज आशुतोष जी महाराज, युवराज संत गोपालाचार्य, स्वामी केशव स्वरूप ब्रह्मचारी, महंत रवि प्रपन्नाचार्य, महंत करुणाशरण महाराज, महंत आलोक हरि महाराज, महंत कपिल मुनि महाराज और महंत राजेंद्र दास जी महाराज सहित अखिल भारतीय संत समिति के पदाधिकारियों ने केसरिया झंडी दिखाकर और आशीर्वाद देकर रवाना किया।
यात्रा की ख़ास बातें-
यात्रा का उद्देश्य और संकल्प

इस यात्रा का उद्देश्य देशभर में गायों और गौपालकों की कहानियों को इकट्ठा करना। साथ ही, उनकी समस्याओं को समझकर समाधान प्रस्तुत करना है। इस यात्रा के माध्यम से देश के नागरिकों में गाय आधारित जीवनशैली, जैविक खेती, ग्रामीण अर्थव्यवस्था, गौ आधारित स्टार्टअप्स और महिलाओं के सशक्तिकरण जैसे विषयों पर व्यापक जागरूकता फैलाने का लक्ष्य रखा गया है। साथ ही, भारत के ग्रामीण हृदय में गौ आधारित स्वराज्य और समृद्धि की चेतना को पुनर्जीवित करना है।
इस यात्रा की दूरी

61 दिवसीय यह यात्रा ऋषिकेश से रामेश्वरम तक जाएगी। इस दौरान यह देश के 12 राज्यों के कई गांवों-ढाणियों, शहरों-कस्बों से होते हुए गुज़रा जाएगा। इस पूरी यात्रा के दौरान लगभग 10,127 किलोमीटर की दूरी तय की जाएगी। इस यात्रा को लेकर देशभर में उत्साह देखा जा रहा है।
यात्रा और संवाद

इस यात्रा को आध्यात्मिक और वैज्ञानिक दोनों दृष्टिकोणों से देखा जा सकता है। इस यात्रा के दौरान जगह-जगह पर गौ शिविर, सेमिनार, संवाद और जनजागृति कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें वैज्ञानिकों, किसानों, योगाचार्यों, पर्यावरणविदों और गुरु शिरकत करेंगे। यात्रा में शामिल श्रद्धालु और सेवक योग, आहारशैली और स्वच्छता के संदेश के साथ-साथ ‘गौ आधारित जीवनशैली’ को अपनाने का संकल्प लेंगे।
प्रेरणा और संदेश

गाय आधारित व्यवस्था के माध्यम से गांव आत्मनिर्भर बनें, रासायनिक खादों का विकल्प जैविक तरीकों से विकसित हो, गौ उत्पादनों के क्षेत्र में युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर बनें – इसके लिए यह यात्रा प्रेरणास्त्रोत बनेगी। साथ ही पर्यावरण संरक्षण के लिए भी गाय का महत्व जनमानस को समझाया जाएगा।
सहयोग और संकल्प की अपील

यह यात्रा गौ आधारित जीवनशैली को भारत की सांस्कृतिक और आर्थिक समृद्धि का आधार बनाने का संकल्प लेती है। आयोजकों ने देशवासियों से इस अभियान से जुड़ने और गौ प्रेम, गौ रक्षा व गौ आधारित विकास के लिए एक नए युग की शुरुआत करने का आह्वान किया है। भारत सिंह राजपुरोहित के अनुसार, यह यात्रा पूरे देश में गौ प्रेम, गौ रक्षा और गौ आधारित विकास के लिए एक नए युग का आरंभ करेगी।
यात्रा की जानकारी और अपडेट

इस यात्रा की ताजा जानकारी और अपडेट खबर किसान की वेबसाइट (www.khabarkisanki.com) पर उपलब्ध रहेगी। अन्य किसी जानकारी के लिये भारत सिंह राजपुरोहित से (+91-9772923956) रवि (+91-9719763911) से संपर्क किया जा सकता है। अन्य जानकारी वेबसाइट www.gaurashtrayatra.com पर पाई जा सकती है।