विमर्श : ओम जोशी ‘गौतम महासभा’ के अध्यक्ष बनें, मगर ऐसे नहीं।
राष्ट्रीय लोकतंत्र के भीतर भी देश में एक लोकतंत्र है। जातीय संगठन, सामाजिक संगठन और विभिन्न संस्थाओं के भी चुनाव
07/12/2025
राष्ट्रीय लोकतंत्र के भीतर भी देश में एक लोकतंत्र है। जातीय संगठन, सामाजिक संगठन और विभिन्न संस्थाओं के भी चुनाव
“मैं बिल्कुल ठीक हूं। ज्यादा उम्र के कारण रुटीन चेकअप के लिए अस्पताल गया था। चिंता की कोई बात नहीं
कुछ रोज़ पहले.. पीएम मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मराठी, पाली, प्राकृत, असमिया और बंगाली भाषाओं को शास्त्रीय
हाल ही बीकानेर में कवि कुमार विश्वास को बुलाया गया था। ..लेकिन कुमार से ज़्यादा मीडिया को पासेज न देने
आप में से ज़्यादातर लोगों ने कॉमेडी फिल्म ‘हेराफेरी’ ज़रूर देखी होगी। इस फिल्म में जो परेशानी बाबूराव को थी,
पत्रकार बंधुओ ! कुछ दिन पहले मैंने मीडिया की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताते हुए एक आलेख (यहां पढ़ें- पत्रकारो
किशमीदेसर में वर्षा जल निकासी की समस्या के मुद्दे पर आपके ‘ख़बर अपडेट’ की जीत हुई। क़रीब 15 दिनों से
गुरुवार को बीकानेर की एसकेआरएयू यूनिवर्सिटी में क़ानून मंत्री ने प्रेस के साथ जो बर्ताव किया, उस पर मैंने ‘मेरी
प्रिय पत्रकार साथियों ! आज ‘मेरी बात’ आप सबके लिये है। मेरी कोशिश रहेगी कि ये आलेख मैं देश के
15 अगस्त 2024 की तारीख़। आज़ादी का दिन। आप सबको स्वतंत्रता दिवस की बधाई। यह आर्टिकल लिखना शुरु करते ही