मेरी बात : पाठकों/दर्शकों ! ख़ुश होइये कि ‘बीकानेर के विकास’ की बातें होने लगी हैं

पाठकों और दर्शकों !
आज बीकानेर का 537वां स्थापना दिवस है। पूरा शहर ख़ुशियों से झूम रहा है। इस ख़ुशी में एक ख़ुशी और शामिल कर लीजिये। ख़ुश होइये कि आपके ‘बीकानेर के विकास’ की बातें होने लगी हैं। हमने साल 2021 में ख़बर अपडेट के बीकानेर कार्यालय की नींव रखी गई थी। हम लोग हमेशा लीक से हटकर काम करने में यक़ीन रखते हैं। तब भी हमने मंथन किया कि ऐसा क्या किया जाए, जिससे ‘बीकानेर के समग्र विकास’ की नींव रखी जा सके। निष्कर्ष निकला कि ‘क्यों न बीकानेर के विकास में आड़े आ रही सभी समस्याओं और उनके निराकरण के सुझावों को एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म में पिरोकर जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों को दिखाया जाए ताकि वे एक ही बार में सभी समस्याओं को जान सकें और उनके समाधान की तरफ बढ़ सके। तब एक नाम सामने आया- संवाद। हमने हमारी परिकल्पना को भी यही नाम देना ठीक समझा।
फिर क्या था। ख़बर अपडेट ने जनता और नेता के बीच सेतु बनकर काम करना शुरु कर दिया। अगले कुछ ही दिनों में हमने बीकानेर वेटेरनरी के एबीजी सेमिनार हॉल में 4 विषयों पर बैठकें रखीं-
- बीकानेर का औद्योगिक एवं आधारभूत विकास
- बीकानेर को एजुकेशन और स्पोर्ट्स हब कैसे बनाया जाए?
- कला, साहित्य, संस्कृति, पुरातत्व और पर्यटन विकास
- बीकानेर में स्वास्थ्य सेवाएं कैसे बेहतर हों?
इन चारों बैठकों में संबंधित क्षेत्रों के करीब 50-60 एक्सपर्ट्स को बुलाया गया। चूंकि बीकानेर में इससे पहले ऐसा कोई प्रयोग नहीं हुआ था, इसलिये जब उनको मंच मिला तो उन्होंने खुलकर अपनी बात रखी। इस तरह हमारे पास क़रीब 225-250 सुझाव इकट्ठा हो गये थे। जिन्हें हमने ‘बीकानेर का समग्र विकास कैसे हो?’ विषयक डॉक्यूमेंट्री फिल्म में पिरो दिये। कई घंटों के 4 बड़े कार्यक्रम, उसमें भी 225-250 लोगों के सुझाव और इन सबको 1 घंटे की फिल्म में पिरोना… कतई आसान नहीं था। लेकिन ये समस्या ‘बीकानेर के समग्र विकास’ की समस्या के आगे नगण्य थी। हमने 3 महीनों की कड़ी मेहनत और निजी ख़र्च पर इस डॉक्यूमेंट्री फिल्म को मुकम्मल किया। इसके बाद, कुछ ही दिनों बाद पहले ‘संवाद’ कार्यक्रम का आयोजन रखा गया। हमारी इस पहल को जनता ने जमकर सराहा। पिछली कांग्रेस सरकार और उनके मंत्री जो कर सकते थे, किया।
राजस्थान में भाजपा की सरकार आने के बाद… पिछले महीने यानी 28 अप्रैल को दूसरा कार्यक्रम ‘संवाद 2.0’ का आयोजन किया गया। इस आयोजन की भी अतिथियों- कैबिनेट मंत्री सुमित गोदारा, पूर्व सिंचाई मंत्री देवीसिंह भाटी और खाजूवाला विधायक विश्वनाथ मेघवाल समेत मौजूद प्रबुद्ध लोगों ने सराहना की। साथ ही, इसी कार्यक्रम में अतिथियों के प्रस्ताव पर ‘बीकानेर समग्र विकास समिति’ का गठन कर दिया गया, जिसमें सभी विधायकों को सदस्यों के तौर पर शामिल करने की बात कही गई। संरक्षक के तौर पर भाजपा के वरिष्ठ नेता देवी सिंह भाटी ने स्वीकृति दी। अब इस समिति में विकास के प्रस्तावित सभी सेक्टर से विशेषज्ञ सदस्यों को शामिल किया जाएगा। ख़बर अपडेट ने पहल की, आगे भी इस तरह की डॉक्यूमेंट्रीज के जरिये बीकानेर के विकास के लिये प्रयासरत रहेगा।
…लेकिन, सबसे ज्यादा ख़ुशी इस बात की है कि हमारी पहल और परिकल्पना के बाद बीकानेर में इसी तर्ज़ पर कई कार्यक्रम होने लगे, ‘विकास’ की बातें होने लगी। ये सबके लिये बहुत ख़ुशी की बात है। आख़िरकार सब चेते तो सही। नहीं तो.. ये वही शहर था, जहां एक समय में 4-4 मंत्री होने के बाद भी ये शहर ‘विकास’ को तरसता था, लेकिन कोई सुनवाई करने वाला नहीं था।
मित्रों ! आज ‘बीकानेर का 537 वां स्थापना दिवस’ है। मेरा रोम-रोम ख़ुशी से आल्हादित है कि मेरे शहर में भी ‘विकास’ की बातें होने लगी है। कभी मेरा शहर भी जयपुर, जोधपुर, कोटा सरीखा चमकेगा। काश….काश ! कि ये सब बहुत पहले हो चुका होता। …लेकिन देर आए, दुरुस्त आये। अब दरख्वास्त यही है कि ये बातें भी फकत ‘बातें’ नहीं रह जाएं। अगर मुद्दे कम पड़ें या न मिलें तो ये डॉक्यूमेंट्री (यहां CLICK करें) देख लें और अगर TEXT फॉर्मेट में चाहिये तो ये आलेख (यहां CLICK करें) पढ़ लें। बीकानेर का पूरा मेनिफेस्टो ही मिल जाएगा। लेकिन बीकानेर स्थापना दिवस के दिन ये सौगंध खाएं कि वाकई बीकानेर का विकास हो। आग़ाज़ तो कब का हो चुका, आइये, अंजाम तक मिलकर पहुंचायें।