राजस्थान

देश का दूसरा गो-टैक राजस्थान में, गो उद्यमिता के सारे प्रकल्प लगेंगे

जयपुर में 30 मई से 2 जून तक होने वाले गौ महाकुंभ-गौ टेक 2025 के आयोजन की तैयारियों को लेकर एक वर्चुअल मीटिंग रखी गई। जीसीसीआई के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. वल्लभ भाई कथीरिया के नेतृत्व में हुई इस वर्चुवल बैठक में हर प्रदेश से प्रतिनिधि शामिल हुए। कुल 69 प्रतिनिधियों ने बैठक में भाग लिया। इस बैठक मे शामिल जीसीसीआई प्रतिनिधियों ने पूरा सहयोग और सहभागिता निभाने का जिम्मा लिया। देश के दूसरे गौ टेक- गौ महाकुंभ-2025 में गौ उद्यमिता के सारे आयामों को प्रस्तुत किया जाएगा। गो विज्ञान, गो उत्पाद, गौ ऊर्जा, गो आधारित (गोबर-गोमूत्र से) खेती, पंचगव्य चिकित्सा समेत गो आधारित करीब 500 उत्पादों को रखा जाएगा। गो उद्यमिता भारत में गौ-आधारित नया उद्यमिता क्षेत्र (काऊ बेस्ड इंडस्ट्री सेक्टर) बनाने का यह आयोजन है। पहला गो टैक राजकोट गुजरात में आयोजित किया गया था।

आयोजन समिति के उपाध्यक्ष भारत राजपुरोहित ने विस्तार से इस आयोजन की पृष्ठभूमि रखी और सबसे सहयोग करने की अपील की। उन्होंने बताया कि इस गौ महाकुंभ में देशभर के गौ टैक के सारे प्रकल्प एक ही जगह रहेंगे। गौ टेक-2025 गौ महाकुंभ के बारे में परिचय दिया, जिसमें स्टॉल्स का आकार और मूल्य शामिल है।

लोक भारती के गोपाल उपाध्याय ने सुझाव दिया कि गौ से सम्बध्द विषयों पर रोजाना 2-2 सेमीनार्स करवाई जाएं। विषय विशेषज्ञों को बुलाया जाए। इसमें जैविक खेती के विषय को भी शामिल किया जाए। मैं विश्वास दिलाता हूं कि लोक भारती यूपी टीम “GT-25 GM” को बढ़ावा देने में मदद करेंगी।

डॉ. कथीरिया ने सुझाव दिया कि “अच्छे वक्ताओं को महाकुंभ में अलग से मंच दिया जाए। सक्सेस स्टोरी भी प्रस्तुत की जाए। संत महात्माओं को, गो सेवा से जुड़े लोगों और संस्थाओं को अधिकाधिक जोड़ा जाए।

राजस्थान गो सेवा परिषद अध्यक्ष हेम शर्मा ने बताया कि “गो महाकुंभ के दौरान गो आधारित सेमिनार के लिए 12 विषय निर्धारित कर आयोजन समिति को भेज दिए। महाकुंभ में ग्रामीण लोगों को आकर्षित करने के लिए रोजाना 2 लक्की ड्रॉ निकाले जाएंगे। लकी विनर को खाद बनाने के सभी उपकरण दिये जाएंगे। अधिकाधिक लोगों को महाकुंभ से जोड़ने के लिए स्वयं सेवी संस्थाएं, सरस डेयरी, नंदी घर योजना और सरकारी विभागों को जोड़ा जाए।

सुरेश सैनी ने कहा कि “सरस डेयरी सम्बन्धित किसी भी काम में वे मदद करेंगे। प्रकाश दास महाराज ने कहा कि धार्मिक संस्थाएं और संत इसे बढ़ावा देने में मदद करेगें। श्याम बिहारी गुप्ता: ग्रीन फोडर, गोबर गौमूत्र पर काम हो। डॉ. कथीरिया यूपी मंत्री और मंत्रालय के साथ मीटिंग तय करें।”

मितल खेतानी ने कहा कि “गौ टेक-2025 गौ महाकुंभ के लिए वित्तीय संसाधनों के बारे में बात करें, सोशल मीडिया में ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार करने में मदद करें, अधिक से अधिक आगंतुक कैसे आएं, इस बारे में सोचें, जीसीसीआई परिचय दें।”

दिलीप गुप्ता ने कहा कि अधिक से अधिक लोगों को “गौ टेक-2025 गौ महाकुंभ” लाने में मदद करें, 50 छात्रों के लिए छात्र दौरे की योजना बनाएं जो गौ उद्योग शुरू करना चाहते हैं। मध्य प्रदेश के लिए इस महाकुंभ में 10 स्टॉल्स लगाई जाएगी। रुषभ देवनंद जी गाय पर्यटन को बढ़ावा दें और स्वयंसेवक दें। शिव दर्शन मलिक ने कहा कि बढ़ने तापमान के मध्यनजर गोबर पर चर्चा हो। उन्होंने दिल्ली में गोबर लीपने की घटना और तापमान कम होने के विषय की चर्चा की। डॉ. वल्लभ भाई कथीरिया ने स्वामी रामेश्वरानंद जी से आग्रह किया कि उनकी देश में ब्यूरोक्रैसी में अच्छी पैठ है, वे आईएएस/आईपीएस तक गो टैक की बात पहुंचाएं। एकता मेहता ने आयोजन में हरसंभव सहायता का विश्वास दिलाया। राजेश नहेरा (राजूवास) ने कहा कि सेमिनार में ग्रीन फोडर स्टॉल में सफलता की कहानी शामिल करें। सिंधोरिया जी (एमपी) ने कहा कि सोशल मीडिया को बढ़ावा देने में मदद करें। पवन पाटीदार ने सुझाव दिया कि अलग-अलग मंत्रालय और आयोग में जाएं, जैविक खेती और गोबर गौमूत्र उत्पादों का लाइव डेमो करें। जिग्नेश वोरा ने बताया कि वैष्णव धार्मिक में प्रचार करें और बाबाश्री और संत को आमंत्रित करें। वेणु सिंह , हेमंत शर्मा, राघव सोमानी, पी आर पांडे समेत अन्य प्रतिभागियों ने सुझाव दिए। बैठक सभी से सहयोग की अपील और गौ महाकुंभ- गो टैक में सक्रिय सहयोग के वादे के साथ सम्पन्न हुई।

LEAVE A RESPONSE

Your email address will not be published. Required fields are marked *