
नीचे चस्पा तसवीर देखकर भ्रम में मत पड़ जाइयेगा कि “कोई नवविवाहित जोड़ा ‘शांति’ के पल बिता रहा है।” बल्कि फिक्रमंद होइएगा कि आतंकी तूफान के बाद पसरी ये ‘निर्मम शांति’ कहीं मानव सभ्यता को खा न जाए। 2019 के पुलवामा अटैक के बाद जम्मू-कश्मीर में फिर से एक बड़ा आतंकी हमला हुआ है। आतंकवादियों ने 26 बेगुनाहों को मारकर फिर से घाटी को रक्तरंजित किया है। इन निर्दोष लोगों में इस महिला के पति भी शामिल थे। वे कोई और नहीं, बल्कि कोच्चि में तैनात एक नेवी अफसर थे। इसी 19 अप्रैल को ही तो दोनों की शादी हुई थी और महज 3 दिन बाद ही… ! पति के शव के पास बैठी ये नवविवाहिता पत्थर हो चुकी है। उसकी हलक से चीख भी नहीं निकल पा रही है। आंखें झरना भूल गई हैं। ये तसवीर देखकर किसी भी संवेदनशील इंसान के दिल को जोर का धक्का लग सकता है। अफसोस ! ये फकत एक कहानी नहीं है, ऐसी 25 और कहानियां हैं, जिनके हरफ-हरफ कट्टरवादी विचारधाराओं के जोरदार ठहाकों की गूंज सुना रहे हैं।

पहलगाम की बैसरन घाटी वो इलाक़ा है, जहां आतंकी घटनाएं न के बराबर होती हैं। पर्यटन के लिहाज से ये क्षेत्र मशहूर और महफूज माना जाता है। मंगलवार को दोपहर 2:44 बजे तक बैसरन घाटी हमेशा की तरह ख़ुशहाल दिख रही थी। लेकिन दोपहर 2:45 बजते ही इसकी फिजा बदल जाती है। जहां 1 मिनट पहले तक ख़ुशहाली थी, वहां दहशत छा जाती है। हथियारों से लैस आतंकवादी जंगल से निकलते हैं और पर्यटकों पर गोलियां बरसानी शुरू कर देते हैं। अचानक हुई इस गोलीबारी से शांत घाटी में चीखें गूंज उठती हैं। आतंकी चुन-चुन कर पर्यटकों से पूछते हैं-
“बता ! क्या नाम है तेरा? तू हिंदू है?”
ठायं… !!
गोली चली और जिंदा इंसान.. मुर्दे में तब्दील हो गया। 1 हिन्दू.. 2 हिन्दू.. 3 हिन्दू… ऐसा करते-करते आतंकियों ने 26 लोगों को मौत के घाट उतार दिया। खौफ का आलम यह था कि इस अटैक के बाद जब भारतीय सेना के जवान बैसरन घाटी पहुंचे तो वहां मौजूद पर्यटक, महिलाएं और बच्चे उन्हें आतंकवादी समझकर डर के मारे रोने लगे। ऐसा इसलिये क्योंकि आतंकवादियों ने हमले के वक़्त वर्दी पहन रखी थी। लश्कर-ए-तैयबा के विंग द रजिस्टेंस फ्रंट यानी TRF ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।
जान गंवाने वाले लोगों में कर्नाटक के रहने वाले मंजूनाथ भी थे। आतंकियों ने मंजूनाथ की हत्या की तो उनकी पत्नी ने आतंकियों से कहा कि “मुझे भी मार दो।” तिस पर आतंकी पलटकर बोले- “तुम्हें मोदी को बताने के लिए छोड़ रहे हैं।”
पहलगाम हमले के बाद पूरा देश गुस्से से उबल रहा है। फिलहाल, सेना के आतंकियों के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर लिखा है कि, ” इस जघन्य घटना के पीछे जो लोग हैं, उन्हें कड़ी सजा मिलेगी। उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा। गृह मंत्री अमित शाह श्रीनगर जाएंगे और सुरक्षा हालात पर आपात बैठक करेंगे।”
पीएम साहब ! ये हमला आपके राजनीतिक नेतृत्व की परीक्षा है। आतंकियों को इसका करारा जवाब मिलना चाहिये। ..ताकि हिंदू-मुस्लिम का ख़ूनी खेल खेलने वालों को न भुला सकने वाला सबक मिल सके।..ताकि वे दोबारा ऐसी हिमाकत न कर सके। यकीन मानिये, इसी से देश का गुस्सा शांत होगा। इसी से जनता का आप पर भरोसा कायम रह सकेगा।
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