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लो ! राजस्थान से हो गया ‘ब्राउन रिवोल्यूशन’ का सू्त्रपात

बीकानेर। देश मे हरित क्रांति, श्वेत क्रांति, पीली क्रांति, नीली क्रांति, गोल क्रांति के बाद अब ‘ब्राउन रिवोल्यूशन’ की शुरुआत हो चुकी है। गोबर-गोमूत्र से गो उद्यमिता सेक्टर पर आधारित इस क्रांति की तैयारियां बीते दो वर्षों से चल रही थी। जिसका अब राजस्थान के बीकानेर से सूत्रपात हो चुका है। बीकानेर के ज़िला उद्योग संघ सभागार में 13 जनवरी 2024 को GCCI (ग्लोबल कन्फ्रेडेशन ऑफ काऊ बेस्ड इंडस्ट्री) की नेशनल वर्किंग कमेटी की टीम पहली ऑफलाइन मीटिंग रखी गई। यह बैठक प्रथम राष्ट्रीय गो उद्यमिता प्रोत्साहन पुरस्कार समारोह के अवसर पर रखी गई थी। गौरतलब है कि यह राष्ट्री पुरस्कार GCCI के संस्थापक डॉ. वल्लभ भाई कथीरिया को दिया गया था। इस समारोह में देशभर से आए प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।

इस मीटिंग की शुरुआत मोदी डेयरी (लोटस) की तरफ से गोबर-गोमूत्र आधारित उत्पाद की प्रस्तावना से की गई। जिसका GCCI ने समर्थन किया। इस मीटिंग में-

1. GCCI के मिशन, विजन, नीति, रणनीति और कार्य योजनाओं का खाका रखा गया।
2. GCCI की अब तक की गई सभी तैयारियों का विस्तार से जिक्र किया गया।
3. गौ उद्यमिता क्षेत्र में काम करने वाली देश की सभी संस्थाओं की एक छतरी (कन्फ्रेडेशन) बनाकर काम करने का मॉडल पेश किया गया।
4. सभी राज्यों में GCCI की टीमें तैयार करने और 900 पदाधिकारियों की नियुक्ति के बारे में बताया गया।
5. देश के सभी शहरों में GCCI की पहुंच के लिए 4000 लोगों की टीम जोड़ने के बारे में चर्चा हुई।
6. देश-प्रदेश, ज़िला और शहर स्तर पर GCCI के वर्किंग सिस्टम का ले-आउट रखा गया।
7. गो उद्यमिता को प्रोडक्शन, बिक्री के सभी पहलुओं की तफसील से जानकारी दी गई।
8. पूरे देश में GCCI ब्रांड नेम से उत्पादन और विपणन की रूपरेखा पेश की गई।
9. पहले फेज में गौ आधारित 5 प्रॉडक्ट बनाकर एक ब्रांड नेम से देशभर में पहुंचाने पर बात हुई।
10. इतना ही नहीं, पहले से ही बनाये जा रहे गौ उत्पादों को भी GCCI अपने बैनर से बेचने पर काम करेगी।
11. देशभर में GCCI स्टोर खोलने, MBA स्टूडेंट्स को इंटर्नशिप करवाकर मार्केटिंग करवाने पर बातचीत हुई।
12. हर राज्य में राजकोट की तर्ज पर ‘गो टेक सम्मिट’ और राजस्थान की तर्ज पर ‘GCCI मीटिंग्स’ रखने पर चर्चा हुई।
13. राजस्थान गो सेवा की तर्ज पर हर साल ‘राष्ट्रीय गो उद्यमिता प्रोत्साहन पुरस्कार’ देने पर भी बातचीत हुई।
14. गौपालकों को सरकारी योजनाओं का फायदा दिलाने को लेकर सिस्टम ईजाद करने का जिक्र हुआ।
15. ‘गौशालाओं को कैसे फंडिंग करवाई जाए?’, इसके लिये सिस्टम बनाने की कार्य योजना बताई गई।

इस राष्ट्रीय स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए डॉ. वल्लभ भाई कथीरिया ने GCCI की अवधारणा रखी। निदेशक पुरीश कुमार ने GCCI की योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। साथ ही देशभर से आए प्रतिनिधियों से सुझाव भी लिये गये। राष्ट्रीय सहकार प्रमुख दीनानाथ ठाकुर, प्रो-वाइस चांसलर डॉ. हेमंत दाधीच, ख़बर अपडेट संपादक- सुमित शर्मा, दिशा के निदेशक-गजानंद अग्रवाल, राजस्थान गौ सेवा परिषद के अध्यक्ष- हेम शर्मा, भरत पुरोहित, बायो ऊर्जा इंजीनियर तन्म्य चक्रवर्ती, मीनाक्षी शर्मा, दीपक गुप्ता, उषा खत्री, अजय पुरोहित समेत अन्य लोगों ने अपने सुझाव दिये।

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