मेरी बात : राजा जी ! ‘जाग’ जाइये, ‘सुबह’ हो गई है..
गोरख पांडे की कविता है, जो लोकसभा चुनाव के परिणामों पर मौजू लगती है- राजा ने कहा- “रात है।” रानी ने कहा- रात है।मंत्री बोला- रात है।संत्री बोला- रात है।…यह सुबह-सुबह की बात है। हर छोटे-बड़े ‘राजा’ को यही लगता…