roshan nagar

Success Talks : “हाथ-पैर नहीं हैं तो क्या हुआ, मुझे मां ने हौसलों से उड़ना सिखाया है”

कोई दु:ख मनुष्य के साहस से बड़ा नहीं… हारा वही, जो लड़ा नहीं.. कवि कुंवर नारायण सिंह की ये पंक्तियां… रोशन नागर पर एकदम फिट बैठती हैं.. जयपुर के रहने वाले रोशन नागर आज लाखों लोगों के लिये प्रेरणास्त्रोत हैं…..