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कबीर यात्रा : कतरियासर में बिखरी कबीर वाणी की स्वर लहरियां
” मिलो रे मिलो कोई म्हारे देस रा, दो-दो बातें करांगा जी…मत कर माया को अंहकार…” कतरियासर में जसनाथ जी
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06/10/2025
” मिलो रे मिलो कोई म्हारे देस रा, दो-दो बातें करांगा जी…मत कर माया को अंहकार…” कतरियासर में जसनाथ जी
15वीं शताब्दी में एक सूफी कवि हुये- कबीर। वे औपचारिक रूप से तो पढ़े-लिखे नहीं थे, लेकिन जीवन के अनुभवों