मेरी बात : ये ‘हत्या’ भारत के पत्रकारों की सुरक्षा पर तमाचा है
नये साल का आग़ाज़ हो चुका है। नये साल की खुमारी उतरी भी नहीं होगी कि एक ख़बर ने कई
May 12, 2025
नये साल का आग़ाज़ हो चुका है। नये साल की खुमारी उतरी भी नहीं होगी कि एक ख़बर ने कई
29 दिसम्बर 2024 की तारीख़। कला प्रेमी टोडरमल लालानी का 90वां जन्मदिन। गंगाशहर का टी. एम. ऑडिटोरियम का परिसर, ‘बीकाणा
जयपुर के सरस संकुल स्थित पार्लर में आज ‘जर्नलिस्ट फ़ॉर जर्नलिज्म, फ्रीडम फॉर जर्नलिज्म’ ऑर्गेनाइजेशन (राजस्थान) की बैठक रखी गई।
ग्लोबल कन्फेडरेशन ऑफ काउ-बेस्ड इंस्टीट्यूशंस (जीसीसीआई) एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जिसकी स्थापना राष्ट्रीय कामधेनु आयोग के पूर्व अध्यक्ष और भारत
आज पत्रकारिता की कैसी दशा हो चुकी है, यह लिखते समय एक गहरी चिंता हो रही है। यही चिंता काफी
बीकानेर के प्रभारी मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर विजन वाले पॉलिटीशियन हैं। लेकिन वे क्या ही करें जब बीकानेर के जनप्रतिनिधियों
राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के प्रावधानों में हर बच्चे को प्रारंभिक शिक्षा मातृभाषा में देने की नीति बनी है। इस नीति
बीबीसी का कैमरा रोल कर रहा था। बीबीसी संवाददाता- अंशुल सिंह नए-नवेले नेता और मास्टर सा’ब अवध ओझा का इंटरव्यू
“आजकल किसी को भी बीकानेर लाते हैं तो बेइज़्ज़ती सी फील होती है। यह फीलिंग जितनी कम होगी, उतना अच्छा
पहले पहर की सुबह। ख़बर अपडेट की कार.. बीकानेर से कोलायत की दूरी को कम करती जा रही थी। हम