आजकल युवाओं में भी हार्ट अटैक के मामले तेज़ी से बढ़ रहे हैं. हार्ट अटैक के चलते दिल की मांसपेशियों तक होने वाली खून की सप्लाई रुक जाती है, जिसके कारण इंसान को हार्ट अटैक आ जाता है. वैसे तो स्मोकिंग, डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा जैसी हार्ट अटैक की कई वजहें हैं, लेकिन आज हम आपको इनके अलावा भी 10 ऐसी वजहें बताएंगे, जिन पर किसी का ध्यान ही नहीं जाता. अगर इन 10 वजहों को जान लिया जाए और हार्ट अटैक को रोका जा सकता है.
माइग्रेन- माइग्रेन की समस्या होने पर स्ट्रोक, सीने में दर्द और दिल का दौरा पड़ने की संभावना ज्यादा होती है. अगर किसी को दिल की बीमारी और माइग्रेन दोनों की समस्या है तो उसे माइग्रेन में ली जाने वाली दवा ट्रिपटैन नहीं लेनी चाहिए, क्योंकि ये रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देती है. हालांकि, अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें.
प्रोपर नींद न लेना- अगर कोई थकान के बावजूद प्रोपर नींद नहीं ले रहा तो हार्ट अटैक का जोखिम बढ़ जाता है. लंबे समय तक नाइट शिफ्ट में काम करना भी हार्ट अटैक की वजह बन सकता है. कम सोने से ब्लड प्रेशर और इन्फ्लेमेशन की दिक्कत बढ़ती है. एक शोध के मुताबिक, 6 घंटे से कम सोने वाले लोगों में हार्ट अटैक का खतरा दोगुना होता है.
सुबह बिस्तर से उठना- किसी इंसान को सुबह के वक्त दिल का दौरा पड़ना बहुत सामान्य है. दरअसल हमारा दिमाग शरीर को हार्मोन से भर देता है जिससे हमें जागने में मदद मिलती है. इस वजह से दिल पर अतिरिक्त तनाव बढ़ता है. लंबी नींद के बाद आप डिहाइड्रेटेड भी हो सकते हैं, जिससे दिल को ज्यादा मेहनत करनी पड़ सकती है.
ज्यादा खाना और मोटापा- एक बार में बहुत ज्यादा अमाउंट में खाने से शरीर में स्ट्रेस हार्मोन नोरएपिनेफ्रीन रिलीज होता है. ये ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को बढ़ाकर हार्ट अटैक को ट्रिगर करने का काम करता है. दूसरा, बहुत ज्यादा फैट वाला खाना खाने से भी ख़ून में फैट की मात्रा अचानक बढ़ जाती है जो अस्थायी रूप से रक्त वाहिकाओं को डैमेज कर सकता है.
एक्सरसाइज- वैसे तो एक्सरसाइज बॉडी के लिए अच्छी मानी जाती है. लेकिन बहुत ज्यादा एक्सरसाइज करने से भी दिल का दौरा पड़ सकता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि क़रीब 6% हार्ट अटैक एक्सट्रीम लेवल के फिजिकल एफर्ट की वजह से ही होते हैं.
स्ट्रॉन्ग इमोशन- ग़ुस्सा, शोक और तनाव जैसे भाव भी हार्ट से जुड़ी दिक्कतों को ट्रिगर करने के लिए जाने जाते हैं. बहुत ज्यादा खुशी भी अक्सर हार्ट अटैक कारण बन सकती हैं. इसलिए दुख या खुशी के भाव को खुद पर बहुत ज्यादा हावी नहीं होने देना चाहिए.
कोल्ड फ्लू- 2018 की एक स्टडी के अनुसार फ्लू हो जाने के एक हफ्ते बाद लोगों में हार्ट अटैक की संभावना छह गुना ज्यादा बढ़ जाती है. इसकी सही वजह पता नहीं चल पाई है, लेकिन एक्सपर्ट्स का कहना है कि इंफेक्शन से लड़ने के दौरान खून चिपचिपा हो जाता है और इसके थक्के बनने लगते हैं और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है.
कॉफी- एल्कोहल की तरह कॉफी के भी अपने फायदे और नुक़सान हैं. इसमें मौजूद कैफीन कम समय के लिए आपका ब्लड प्रेशर बढ़ा देती है और इसी वजह से इंसान को हार्ट अटैक आ सकता है. एक्सपर्ट कहते हैं कि दिन मे 2-3 कप कॉफी पीने वालों लोगों को कोई ख़तरा नहीं है.
ठंडा मौसम- ठंडे तापमान में रहने की वजह से हमारी धमनियां पतली हो जाती हैं और इसी वजह से वाहिकाओं से दिल तक होने वाली ब्लड सप्लाई में रुकावट पैदा होती है. इसलिए ऐसे मौसम में दिल की मांसपेशियों को गर्म रखने के लिए फिजिकल एक्टिविटी जरूर करनी चाहिए.