ख़बर अपडेट
khabarupdateofficial@gmail.com
10 September 2021 10:29 AM
देश भर में कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन अभियान तेजी से चल रहा है. स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक भारत में योग्य आधी आबादी को पहला टीका लगाया जा चुका है. एक तरफ तेजी से वैक्सीनेशन किया जा रहा है, दूसरी तरफ कोरोना के नए-नए वैरिएंट आते जा रहे हैं. जिससे वैज्ञानिकों और मेडिकल प्रोफेशनल्स में भी ये चिंता बढ़ती जा रही है कि कोरोना वैक्सीन कितनी कारगर होगी.
हाल में कुछ ऐसे मामले सामने आए हैं जिनमें वैक्सीन की दोनों डोज लेने के बाद भी लोगों को कोरोना हो गया. जो यह साबित करता है कि समय के साथ वैक्सीन से बनी इम्युनिटी कम होती जाती है. ऐसे में सवाल उठता है कि कोरोना से बचने के लिए बूस्टर्स लेने होंगे? इसे लेकर अलग-अलग एक्सपर्ट्स की अलग-अलग राय है. कुछ एक्सपर्ट्स का मानना है कि
ऐसी वैक्सीन जो एक साल तक ही एंटीबॉडीज बनाती हैं, इनके लिए बूस्टर शॉट्स की जरूरत पड़ेगी. वहीं कुछ का कहना है कि बूस्टर शेड्यूल पर अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी.
वैसे आपको बता दें कि कोविड वैक्सीन बूस्टर्स, कोविड-19 वैक्सीन का एक्सटेंशन हैं. इसे थर्ड कोविड वैक्सीन डोज के तौर पर भी जाना जाता है. बूस्टर शॉट तब दिया जाता है जब फर्स्ट राउंड वैक्सीनेशन का असर कम होने लगता है. हालांकि समय के साथ हमें वैक्सीन बूस्टर की जरूरत भी पड़ सकती है. ये भी हो सकता है कि हर साल कोविड वैक्सीन लेना पड़े. लेकिन ये सब अलग-अलग वैरिएंट्स और इंफेक्शन के डेटा पर निर्भर करेगा.
इस ख़बर की वीडियो रिपोर्ट देखने के लिए नीचे Link पर Click करें.
RELATED ARTICLES
29 September 2023 03:49 PM
27 September 2023 03:55 PM
27 September 2023 02:13 PM
25 September 2023 12:35 PM
google.com, pub-9107207116876939, DIRECT, f08c47fec0942fa0