कोरोना वायरस के चलते पूरी दुनिया चीन से खार खाए बैठी है. इसके बावजूद चीन ने एक ऐसा काम कर दिया है, जिसके चलते उसकी पूरी दुनिया में थू-थू हो रही है.. उसने अमेरिका समेत 5 पश्चिमी देशों को आंखें निकालने की धमकी दे डाली है. सवाल उठता है कि आखिर वो 5 देश कौनसे हैं और चीन ने उन्हें ऐसी धमकी क्यों दी? आइये, आपको इस रिपोर्ट में बताते हैं.
*दरअसल हांगकांग में जिस तरह से मानवाधिकारों का हनन हो रहा है, लोकतंत्र समर्थकों को रौंदा जा रहा है, चीन वहां अपने कठोर और द्वेषपूर्ण नीति चला रहा है. हाल ही चीन ने हॉन्गकॉन्ग में चुने गए 15 सांसदों को अयोग्य ठहराने के नए नियम बनाए हैं. पिछले हफ़्ते चीन ने एक प्रस्ताव पास किया जिसके तहत हॉन्ग कॉन्ग की सरकार उन नेताओं को बर्ख़ास्त कर सकती है जो उनके अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए ख़तरा हैं. इसके बाद हॉन्ग कॉन्ग ने चार लोकतंत्र समर्थक सांसदों को बर्ख़ास्त भी कर दिया.
*जिसके बाद अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और कनाडा ने चीन के इन नियमों की आलोचना करते हुए चीन से अपील की कि "वो इन सांसदों को बहाल करे क्योंकि उसका ये क़दम हॉन्ग कॉन्ग की स्वायत्तता और आज़ादी की रक्षा करने की चीन की क़ानूनी प्रतिबद्धता का उल्लंघन है."
*चीन को उनका विरोध करना इतना नागवार गुजरा कि उसने बोलने की मर्यादा तक पार कर दी. तिलमिलाये चीन के चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियान ने पश्चिमी देशों को चीन के मामलों से दूर रहने की चेतावनी दी। चीनी विदेश मंत्रालय के वुल्फ वॉरियर के रूप में जाने वाले लिजियान ने कहा, "पश्चिमी लोगों को सतर्क रहना चाहिए अन्यथा उनकी आंखें बाहर निकाल ली जाएंगी। उनकी पांच आंखें हैं या दस, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। यदि वे चीन की संप्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों को नुकसान पहुंचाने का साहस करते हैं, तो उन्हें अपनी आंखों के बारे में सावधान रहना चाहिए, जिन्हें फोड़ा जा सकता है और उन्हें अंधा किया जा सकता है।"
*आपको बता दें कि इन पाँचों देशों के समूह को 'फ़ाइव आइज़' भी कहा जाता है जो कि आपस में ख़ुफ़िया जानकारी साझा करते हैं. कोरोना वायरस के चलते पहले से ही कई देशों की आंखों की किरकिरी बने चीन ने इन 5 शक्तिशाली राष्ट्रों को हड़काकर और दुश्मनी मोल ले ली है. वक्त बताएगा कि चीन की यह धमकी उसे कितनी महंगी पड़ सकती है?